लॉकडाउन के साथ बंद हुए धर्मस्थलों के दरवाजे 188 दिन बाद आम भक्तों के लिए खोलने के आदेश मिल गया है। कलेक्टर द्वारा सोमवार को जारी आदेश में कहा गया है कि आम लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ, मास्क लगाकर दर्शन, प्रार्थना की इज़ाज़त दी गयी हैं।
सभी भक्तों, पुजारी के लिए अनिवार्य होगा कि वह मास्क ठीक से नाक के ऊपर लगाएं, गर्भगृह में प्रवेश नहीं होगा और एक दूरी बनाकर ही दर्शन कर सकेंगे।\
धर्मस्थलों पर चलने वाले अन्न क्षेत्र भी शुरू होंगे लेकिन छह फीट की दूरी रखना जरूरी होगा। सैनेटाइजर भी रहेगा, हाथ धोना अनिवार्य रहेगा। सराफा चौपाटी- सराफा की रात्रिकालीन चौपाटी की खाद्य सामग्री टेक अवे की सुविधा रहेगी, यानि ग्राहक पैक कराकर ले जा सकेगा।
यह चौपाटी सराफा बाजार बंद होने के बाद पूर्व समय अनुुसार खुल सकेगी। मौके पर किसी ग्राहक को खाने की मंजूरी नहीं होगी।
- रणजीत हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी दीपेश व्यास ने कहा वर्तमान में सभी मंदिरों में 6-6 फीट की दूरी पर पहले से ही गोले बनाए हैं और घंटियों को भी कपड़े से ढंककर रखा है।
- शहर की मस्जिदों में सोशल डिस्टेंसिंग से नमाज अदा कर कोरोना से मुक्ति के लिए दुआएं मांगेंगे।
- गुरुसिंघ सभा अध्यक्ष मनजीतसिंह भाटिया ने कहा इस माहौल में सबसे बड़ा सहारा भगवान ही हो सकते हैं। कोरोना की गाइड लाइन के अनुसार धर्मस्थलों का खुलना अच्छा फैसला है।
- चर्च में भी छह-छह फीट के गोले बनाए जाएंगे, मास्क पहनना अनिवार्य किया जाएगा और प्रवेश द्वार पर सैनिटाइजर की व्यवस्था रखी जाएगी।
सभी धार्मिक स्थलों के खुलने के साथ हम ईश्वर से यही प्रार्थना करते है की जल्द ही हमें इस महामारी से छुटकारा मिले।