Site icon IndoreHD

350 से ज्यादा पोस्ट पर स्मार्ट सिटी इंदौर दे रहा है छात्रों को उनके साथ इंटर्नशिप करने का मौका।

कोरोना संक्रमण का असर भारत के शिक्षा तंत्र पर भी काफी गंभीर रूप से पड़ा है | देशव्यापी लॉक डाउन के चलते स्कूल, कॉलेजेस और यूनिवर्सिटीज के अकादमिक सत्र रद्द हो गए और छात्रों का बहुत ज़्यादा नुक्सान भी हुआ है |

कोरोना संकट में ग्रेजुएट होने वाले छात्रों के सामने अब इंटर्नशिप की समस्या आ गई है जिसको लेकर वह काफी चिंतित हैं। छात्रों की इसी परेशानी को दूर करने के लिए गुरुवार को केंद्रीय मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय ने एक इंटर्नशिप प्रोग्राम की शुरुआत की है।

देशभर के अलग-अलग शहरों में फैले स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों को इंटर्नशिप के अवसर दिए जाएंगे। केंद्र सरकार की इस योजना को ‘ट्यूलिप’ नाम दिया गया है। इसके लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने केंद्रीय शहरी विकास एवं आवास मंत्रालय के साथ एक अहम समझौता किया है।

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, “शहरी विकास मंत्रालय के साथ मिलकर एक इंटर्नशिप कार्यक्रम लाया जा रहा है। इसमें इंटर्नशिप योजना के जरिए छात्र शहरी प्रशासन के साथ मिलकर काम करने का अनुभव हासिल कर सकते हैं। साथ ही इंटर्नशिप करने वाले छात्रों को इस दौरान चीजों को सीखने का रियल टाइम अनुभव भी मिलेगा।”

केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी एवं मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक गुरुवार को संयुक्त रूप से इस इंटर्नशिप कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत करेंगे। केंद्र सरकार के 2 बड़े मंत्रालय द्वारा तैयार किए गए इस कार्यक्रम के अंतर्गत छात्र स्मार्ट सिटी परियोजनाओं से जुड़कर अपने प्रोफेशनल कार्यक्षेत्र का विकास कर सकते हैं। इस इंटर्नशिप योजना के दौरान छात्रों को सीखने, क्षमताओं का विकास करने और बदलाव लाने के अवसर प्रदान किए जाएंगे।

इस इंटर्नशिप के दौरान छात्रों को स्मार्ट सिटी से जुड़े विभिन्न प्रोजेक्ट के अंतर्गत रियल टाइम भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे पहले स्मार्ट सिटी डवलपमेंट कापोर्रेशन लिमिटेड (जीएससीडीसीएल) ने इंजीनियरिंग व ऑर्किटेक्ट के छात्रों को इंटर्नशिप को मौका दिया है। पूर्व में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत इंटर्नशिप करने वाले छात्रों के लिए स्टायपेंड का ऐलान भी किया गया था।

टीम IndoreHD स्मार्ट सिटी के इस कदम की सराहना करता है , इससे न केवल छात्रों को मौका मिलेगा बल्कि उन्हें फील्ड में काम करने का तजुर्बा मिलेगा। जिससे उनके लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

Exit mobile version