कोरोना की दूसरी लहर के 25 दिनों में ही अलग-अलग संगठनों और समाजसेवियों ने 18 करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम संक्रमण से लड़ने में खर्च की है। यह सिलसिला लगातार जारी है।
इस रकम से ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर मशीनें खरीदी गई हैं, जो लोगों को फ्री उपलब्ध कराई जा रही हैं। सेवा वाहन, एम्बुलेंस जुटाई गई हैं। मेडिकल उपकरण बैंक बनाए गए हैं, जहां से जरूरत पड़ने पर लोगों को घर पर ही फ्री सेवा दी जा रही है।
ऑक्सीजन सिलेंडर, मास्क, सैनिटाइजर और दवाइयों के लिए मदद की पूरी चेन बन गई है। कम दरों पर सीटी स्कैन समेत तमाम जांचें करवाने और जरूरतमंदों को खाना मुहैया करवाने जैसी तमाम सेवाएं इंदौर अपने बलबूते पर चला रहा है।