इंदौरियों का खान पान के प्रति प्रेम तो जग जाहिर है भिया और यहाँ कई ऐसी जगहें है, जहा का कुछ न कुछ जरूर से फेमस है. यहाँ पे कुछ अड्डे ऐसे भी है, जहाँ की छोटी छोटी चीज़े स्वाद में भी कंटाप है, और जेब को भी खाली नी करती. तो पेस है भियाओ, कुछ ऐसे अड्डे इधर कने जो तुममे से कईओंन ने सुने होंगे; और यदि नी सुने है, तो पढ़ लो नी.
1. जीतू भैया के समोसे, गीता भवन
तुमारा तो नी पता बड़े भाई पर अपन का तो बचपन ही जीतू भैया के समोसे खाते हुए बीता है। कित्ते ही साल हो गए पर जीतू भैया की दूकान आज भी अपना अड्डा है।दिल को लुभाते बेक समोसे यदि खाने हो, तो सीधे इधर चले आना। और यदि और मजा चिये, तो बोलना बना के देदो, फिर जो जीरावन और सेउ का तड़का लगेगा उसमे,की मज्जा नी आ जाए तुमको, तो केना।
2. ललित भिया के हॉट डॉग, सेंट पॉल
इनका तो साला मामला ही अलग है। अरे ऐसा भिन्नाट हॉट डॉग देते है ललित भिया, की तप्ती दोपेर में भी तबियत रंगीन हो जाए। हम तो बचपन में साईकिल से जाकेदीवार के इस पर से चिल्ला देते थे की ललित भिया, 4 हॉट डॉग आन दो और फिर छोटू दीवार के छिद्दे से सरका देता था। वो दिन था और आज का दिन है, ललित भियाके हॉट डॉग का टेस्ट नी बदला।
3. जी इस आई टी एस के दीवार कने वाली आलू की कचोरी
यदि मन मचल रिया हो तुमारा भिन्नाट आलू की कचोरी खाने वास्ते तो चल दो इदर। जेब में बीस का नोट हो न, तो भी ऐसे राजा जैसे चल के जाना इदर, क्योंकि उत्तेमें पेट भर जाएगा तुमारा। सीधे हाथ पे ट्रैफिक का मज्जा लेते हुए कचोरी दाबने का मजा जो है इधर, वो कई नी है। साथ में तेल में तली हरी मिरच और मांग लेना।
4. नाथ मंदिर रोड पे भट्टी वाली चाय
हा मालम है खाने की चीज नी है ये, पर तुमको चाय की तलब भी तो खाने से कम किदर होती है? अब यदि इत्ता सब दाब लोगे, तो चाय की चुस्की तो चिये न भिया।तो एक काम करो, बिना रुके चल दो इदर। यहाँ पे हिसाब चाय का भट्टी में होता है। तंदूरी रोटी नी सिक री है अंदर उसके ओ, उसके ऊपर तो केतली रखी है और चायउबल री है उसमे। बस, जेब से ५ रुपए ढीले करना और मार लेना चुस्की चाय की। नी मज्जा आ जाए तुमको।
देखो, अब चिल्ला चोट मत मचाने लग जाना की ये जोंगोह तो लिखी नी और वो जगोह के बारे में बताया नी। यदि तुमको और जगोह याद आ री है तो कमैंट्स में पेल दो।अपन भी वहाँ जाके खाना पीना कर आएँगे और फिर डस देंगे एक और आर्टिकल उसपे।