केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को चौथे राष्ट्रीय सेरोसर्वे के निष्कर्ष जारी करते हुए कहा कि बच्चों सहित भारतीय आबादी के दो-तिहाई लोगों ने कोविड -19 के कारण वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी विकसित की हैं, जबकि लगभग 40 करोड़ लोग अभी भी कमजोर हैं।
राष्ट्रीय सीरोसर्वे में, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने भी बच्चों को कोरोनावायरस के प्रति उनकी भेद्यता का आकलन करने के लिए शामिल किया। इसमें पाया गया कि कुल मिलाकर सर्वेक्षण में शामिल 67.6 प्रतिशत भारतीयों ने कोरोनावायरस के खिलाफ एंटीबॉडी विकसित कर ली है।
45-60 वर्ष (77.6 प्रतिशत) आयु वर्ग में सबसे अधिक सर्पोप्रवलेंस पाया गया, इसके बाद 60 वर्ष से अधिक (76.7 प्रतिशत) और 18-44 वर्ष (66.7 प्रतिशत) आयु वर्ग के लोग थे।