इंदौर एयरपोर्ट को पिछले साल इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने के बाद एयरपोर्ट के विस्तार के बारे में विचार किया जा रहा था, जिसे अब राज्य सरकार की मंज़ूरी मिल गयी है, केंद्र की मंज़ूरी मिलने के बाद, एयरपोर्ट का विस्तार शुरू किया जायेगा। जिसके लिए निजी कंपनी को यह कार्य सौपने का भी विचार चल रहा है।
इंदौर एयरपोर्ट पर 600 करोड़ से ज्यादा की लागत से बनने वाली नई टर्मिनल बिल्डिंग का काम अब एयरपोर्ट के निजीकरण के बाद होगा। जो भी कंपनी एयरपोर्ट को लेगी, उसी में नई टर्मिनल बिल्डिंग का प्रावधान किया जाएगा। इंदौर एयरपोर्ट एडवाइजरी कमेटी के चेयरमैन और सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी से इसे लेकर चर्चा हुई थी, तब कहा था कि एयरपोर्ट का नाम निजीकरण की सूची में शामिल है। इसलिए निजीकरण के बाद उसी में नई बिल्डिंग का भी प्रावधान किया जायेगा।
एनओसी मिलने के बाद एयरपोर्ट के सामने (बिजासन माता मंदिर जाने वाली रोड) की सड़क को एयरपोर्ट के हिस्से में लेकर पार्किंग और अन्य विस्तार के काम शुरू कर दिए जाएंगे। भविष्य में वाहनों की आवाजाही सुपर कॉरिडोर के सामने से गुजर रहे रोड से होगी।
इन चीज़ों का विस्तार किया जायेगा :-
बोइंग विमान के लिए 2750 मीटर के रनवे को 4250 मीटर करेंगे।
इंटरनेशनल कार्गो शुरू होगा- एयरपोर्ट से इंटरनेशनल कार्गो भी शुरू होगा। इसको लेकर रेसीडेंसी में एक्सपोर्टर और प्रमुख लोगों की शनिवार को बैठक होगी।
15 पार्किंग बन रही है। 5 पार्किंग सितंबर तक तैयार हो जाएगी।
नया एयरोब्रिज तैयार है। दो पहले के थे। दो और बनाए जाएंगे। आने वाले समय में एक्स-रे से बैगेज स्कैन किए जाएंगे।
जिस तरह इंदौर एयरपोर्ट में कार्य चल रहें है इससे न केवल यात्रियों को सुविधा मिलेगी बल्कि इससे इंदौर को विकास की दृष्टि से भी सफलता मिलेगी।