आत्मनिर्भर भारत के संकल्प में निर्यात की बड़ी भूमिका है। इंदौर से सीधे इंटरनेशनल कार्गो के शुरू होने से किसानों समेत कई उद्योगों को बड़ा फायदा होगा। पूरे देश में कार्गो हैंडलिंग चार्ज इंदौर में सबसे कम है और इसका फायदा शहर के निर्यातकों को मिलेगा। जीएसटी लागू होने के बाद इंदौर देश की लॉजिस्टिक्स कंपनियों के लिए पसंदीदा जगह बन चुका है और इंटरनेशनल एयर कार्गो की सुविधा शुरू होने से इसमें तेजी से बढ़ोतरी होगी।
वर्तमान में इंदौर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर डॉमेस्टिक कार्गो की सुविधा उपलब्ध है, और इसकी मासिक क्षमता करीब 500 टन है। अंतरराष्ट्रीय कार्गो के लिए 5000 टन क्षमता का गोदाम तैयार किया जा चुका है एवं इस क्षमता को बढ़ाने के लिए गोदाम का विस्तार भी किया जा रहा है।
इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर एयरपोर्ट को कृषि पदार्थों, फ्रूट्स एंड वेजिटेबल्स के साथ-साथ अन्य सामान के एयर शिपमेंट के लिए तैयार किया जा रहा है। यहां 75 लाख रुपए की कार्गो एक्स-रे मशीन आ चुकी है, जिसका इंस्टॉलेशन का काम चल रहा है।
साथ ही एयरपोर्ट के पुराने भवन का नवीनीकरण कर एयर कार्गो में उपयोग करने हेतु कार्य प्रगति पर है। वर्तमान में जल्दी खराब होने वाले पदार्थ जैसे सब्जी, फ्रूट्स इत्यादि के लिए छोटा कोल्ड स्टोरेज प्रारंभ किया जा चुका है. और बड़े कोल्ड स्टोरेज का निर्माणकार्य प्रगति पर है।