कोरोनाकाल के बाद फिर से शुरू हुई बसों में सवारियों की कमी हैं। बसों में सिर्फ 30 प्रतिशत सवारी मिल रही हैं। अगर किराया नहीं बढ़ा तो एक दिसंबर से अपने आप बसें बंद हो जाएंगी।
यह कहना है प्राइम रूट बस ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष का।उन्होंने कहा कि वर्तमान में डीजल, पेट्रोल के दामों में रोजाना बढ़ोत्तरी होती जा रही है। कोरोना संक्रमण के कारण सवारी भी 30 प्रतिशत रह गई है।
मौजूदा समय में प्रदेश में जो बसें चल रही है वह निरंतर घाटे में है। यदि शासन ने 30 नवंबर तक किराये में बढ़ोत्तरी नहीं की तो संभव है कि निरंतर घाटे में चल रही यात्री बसों का संचालन एक दिसंबर से स्वत: बंद हो सकता है।