सोमवार 4 मई से लाकडाऊन का तीसरा चरण शुरू हो गया है । केंद्र ने भले ही रियायतों का एलान किया हो लेकिन रेड झोन इंदौर को लेकर प्रशासन सचेत है। हॉट स्पॉट इंदौर में ज्यादा सख्ती करके कोरोना की चेन तोड़ने और औधोगिक गतिविधियों को शुरू करने की मंशा है प्रशासन की ।
कलेक्टर के अनुसार स्थिति 80% तक नियंत्रण में हो गयी है । इसके बावजूद 15 दिन और सख्ती की बात उन्होंने कही।इसी वजह से पुरे इंदौर में सख्ती एक जैसी जारी रहेगी अर्थात कंटेनमेंट एरिया और इसके बाहर के एरिया एक ही दायरे में रहेंगे और दो सप्ताह तक स्थिति को देखकर ही छूट के बारे मे विचार करेंगे । यदि कोई बेवजह घर से बहार निकला तो उसे सीधा जेल में भेजा जायेगा वही दूसरी और 99% आटा, बेसन, दाल मिलों को खोलने की मंजूरी दे दी है ।थोक कारोबारियो को जिले से बाहर माल भेजने की अनुमति प्रशासन द्वारा दी गयी है । इसी के साथ अलग अलग सेक्टर्स विभिन प्रकार से व्यापर को जारी रखने की कोशिश करेंगे.
किन चीज़ों की परमिशन शहर में :-
चार पहिया दो पहिया वाहन, ऑटो, टैक्सी, कैब – नहीं
किराना- मोबाइल- स्टेशनरी- कपडे की दुकान- नहीं
33% स्टाफ के साथ निजी दफ्तर खुलेंगे- नहीं
इलेक्ट्रीशियन, कारपेंटर, प्लम्बर सेवाएं- आंशिक मंजूरी देंगे
ओपीडी और मेडिकल क्लिनिक- हाँ
शराब, पान दुकान, स्पा और सैलून- नहीं
50% यात्रियों के साथ बस चलेंगी- नहीं
दाल, आटा, बेसन मिलें- 99% शुरू
ग्रामीण क्षेत्रों में औद्योगिक इकाइयां- 225 को मंजूरी
शहरी क्षेत्र में उद्योगों का माल परिवहन- 317 को मंजूरी
थोक कारोबारियों के लिए माल लोड- अनलोड सुविधा- अनुमति दे रहे
तैयारी कोरोना के रहते काम करने की
• ऑटोमोबाइल : कोरोना के चलते लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सफर से बचेंगे इसलिए गाडी खरीदने में बहुत लोगों की सूचि होगी। इसी को मद्देनज़र रखते हुए ग्राहकों को वीडियो कॉल से गाड़ी पसंद कराएंगे, ऑनलाइन डॉक्यूमेंट बुलाकर गाड़ी भेजेंगे घर।
•इंडस्ट्रीज : 30 और 50% श्रमिकों के साथ काम करने पर जोर देंगे। कैंपस में ही श्रमिकों के आवास बनाने की योजना भी शुरू हो सकती है। बाहर से श्रमिक बुलाना कम होगा।
•व्यापार-बाजार: थोक कारोबारी ऑनलाइन ऑर्डर लेकर डिलीवरी करने पर जोर देंगे वही रिटेल में होम डिलीवरी सिस्टम स्ट्रांग होगा।
•शॉपिंग मॉल्स: एक सैनिटाइजेशन टनल, थर्मल स्क्रीनिंग के साथ मेडिकल टीम हर मॉल के बाहर रहेगी। एक लिमिट के बाद इंट्री बंद रहेगी, ताकि मॉल में एक समय में 200-300 लोग ही रहें।
•आईटी : वर्क फ्रॉम होम में पूरी क्षमता से काम चल रहा है । दफ्तरों की सीटिंग क्षमता आधी करेंगे।
•आईआईटी-आईआईएम: बीटेक, एमटेक, एमएससी, एमएस और पीएचडी छात्रों को कोर्स ऑनलाइन भेजा जा रहा है । आईआईएम में करीब 1900 छात्रों को ऑनलाइन इंटरव्यू के लिए चुना है।
•होटल-रेस्त्रां : टेबलों के बीच दूरी बढ़ाएंगे। हर ग्राहक के जाने के बाद सैनिटाइज करेंगे।
•बैंक : बैंकों में ग्राहकों से दूरी के लिए चिह्न बना दिए हैं, रस्सियां लग गई हैं, कर्मचारी भी दूर बैठते हैं। निजी ऑफिस रोस्टर से काम करेंगे व रविवार को भी खुलेंगे।
•सरकारी दफ्तर : ऑनलाइन सेवा, लोक सेवा गारंटी पर अधिक जोर रहेगा। जनसुनवाई फिलहाल नहीं होगी, ऑनलाइन शिकायतें लेंगे। हर दफ्तर के प्रवेश द्वार पर स्क्रीनिंग होगी।
•पुलिस : एफआईआर ऑनलाइन पोर्टल से ली जाएगी। बदमाशों की कोर्ट पेशी भी ऑनलाइन से करवाने की कोशिश है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए जवान पीपीई किट पहनकर जाएंगे। ब्रिथ एनालाइजर का प्रयोग बंद होगा।
•यूनिवर्सिटी : डीएवीवी का 75 दिन का एक्शन प्लान लगभग तैयार है। एडमिशन की 90 फीसदी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। परीक्षा में पेपर 3 के बजाय 2 घंटे का होगा। एक टेबल पर एक छात्र बैठेगा, वह भी मास्क लगाकर।
•स्कूल: कई सीबीएसई स्कूलों ने ऑनलाइन पढ़ाई शुरू कर दी है। सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए राज्य शिक्षा केन्द्र ने आकाशवाणी से शैक्षणिक कार्यक्रम शुरू किया है।
•धार्मिक स्थल : कोई बड़ा आयोजन या समागम नहीं होगा। प्रसाद, हार-फूल के इस्तेमाल पर रोक लगेगी, बड़े मंदिरों के प्रवेश द्वारों पर लगेंगे सैनिटाइजेशन गेट। मस्जिदों में कम लोग जाएंगे, घर से नमाज पढ़ेंगे।