इंदौर को आत्मनिर्भर के लिए प्रस्तावित इंदौर-भोपाल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर को बनाने के लिए योजना बनाई जा रही है । इंदौर-भोपाल रोड के दोनों ओर 10 से 20 किमी दूर तक की जमीन को कोर पॉइंट बनाकर उसके आसपास की जमीन किसानों से आम सहमति से लैंडपूल नीति के तहत लेकर उद्योगपतियों को आवंटित की जाएगी।
सरकार ने अब तक 600 हेक्टेयर जमीन चिह्नित कर ली है। इस जमीन पर होने वाले निवेश और लगने वाले प्लांट से ही 15 से 20 हजार लोगों को रोजगार मिल सकेगा। सरकार अक्टूबर से इस पर काम तेज करेगी। चिह्नित जमीनों पर अगले साल लैंड पूल स्कीम लागू कर उद्योगपतियों को आवंटित करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
इंदौर बायपास पर एमआर-10 जंक्शन पर प्रदेश का पहला फोर लेयर फ्लायओवर बनाया जायेगा। लगभग 3600 मीटर तक चारों दिशाओं में बनाए जाने वाले इस फ्लायओवर की लागत 300 करोड़ है।
भारत के टियर 2 शहरों में कौन सा शहर सबसे अच्छा हो सकता है, इस चीज़ को हर बार इंदौर ने प्रशस्त किया है।सबसे स्वच्छ शहर होने से लेकर देश में व्यापार के लिए सबसे अच्छे शहरों में से एक इंदौर, आत्मनिर्भरता के कॉन्सेप्ट को प्रदर्शित करने की आदर्श स्थिति में है।
टीम IndoreHD इस कदम की सराहना करता है और आशा करता है की भविष्य में इसी तरह से इंदौर में विकास कार्य निरंतर होते रहें।