शहर में अब तक करीब छह लाख लोगों को कोविड का टीका लग चुका है। इंदौर के एक डायग्नोस्टिक सेंटर में टीकाकरण के बाद 100 लोगों के अलग-अलग चरण में तीन एंटीबॉडी टेस्ट कराए तो उनमें बहुत उत्साहजनक नतीजे सामने आए। टीका लगने के बाद 88 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी बनी।
हालांकि कुछ लोगों में एंटीबॉडी का स्तर कम भी देखने में आया। सोडानी डायग्नोस्टिक सेंटर के सीईओ बताते हैं कि इस स्टडी में 100 हेल्थ वर्कर्स को शामिल किया गया था। इनमें से 28 ऐसे थे, जिनमें टीका लगने के पहले ही एंटीबॉडी पाई गई। यानी इनमें हर्ड इम्युनिटी थी।
उन्हें संक्रमण होकर निकल गया, लेकिन इम्युनिटी का स्तर अच्छा होने से पता ही नहीं चला। रिसर्च के आधार पर हम कह सकते हैं कि कोरोना से जंग में टीका बहुत कारगर है।
पहला टीका- 88% में 30 दिन बाद एंटी बॉडी मिली।
दूसरा टीका- 96% दूसरे डोज के बाद एंटीबॉडी पाई गई।