मध्य भारत की पहली पूर्ण रूप से रोबोट की मदद से काम करने वाली जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी यूनिट की शुरुआत इंदौर के अपोलो हॉस्पिटल में हो गई है। इस यूनिट में जोड़ों की जटिल बीमारियों वाले रोगियों को रोबोटिक असिस्टेड जॉइंट रिप्लेसमेंट की सुविधा दी जाएगी।
ऑस्टियो आर्थराइटिस की प्रसार दर देश में 22 से 39 फीसदी के बीच है। ऐसे रोगियों में जॉइंट रिप्लेसमेंट ही समाधान है। अपोलो हॉस्पिटल इंदौर देश का पहला केंद्र है, जिसने डे केयर में घुटने और हिप्स दोनों के जोड़ को बदला और इस दिशा में आगे बढ़ते हुए अब रोबोटिक्स का लाभ मिलने जा रहा है।