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    विश्व की पहली डबल कंटेनर की इलेक्ट्रिफाइड रेल टनल की भारतीय रेलवे ने तैयार!

    भारतीय रेलवे दिन पर दिन अपनी गुणवत्ता दिखा रहा है। फिर भले ही नयी ट्रेनों की बात हो, पोस्ट कोविड कोच की, या फिर सबसे लम्बी ट्रैन की। भारतीय रेल वाकई नयी उचाईओं की तरफ बढ़ रहा है| ऐसी ही एक नयी पहल के तेहत, भारतीय रेल ने विश्व की पहली डबल कंटेनर की इलेक्ट्रिक रेल लाइन टनल तैयार की है |

    आपको बता दें कि, यह सुरंग हरियाणा में सोहना के पास रेलवे के वेस्टर्न डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर पर अरावली पहाड़ियों में से काटी गई है

    सोहना के पास तावडू के भूतलाका गांव की अरावली हिल्स की पहाड़ी के भीतर चट्टानों को काटकर एक किलोमीटर लंबी सुरंग से होकर गुजरने वाली विश्व की दोहरी कंटेनर की इलेक्ट्रिक रेल लाइन टनल लगभग बन कर तैयार है। भारत ने विश्व की पहली डबल कंटेनर की इलेक्ट्रिक रेल लाइन बिछाकर एक नया इतिहास अपने नाम जोड़ लिया।

    विश्व की सबसे ऊँची सुरंग के इस टनल को शुक्रवार को रेलवे के आलाअधिकरियों की मौजूदगी में रोजका मेव तक बनी एक किलोमीटर लंबी रेल टनल को दोनों ओर खोल दिया गया।

    आईये इस टनल की क्या विशेषताएं है, उनपर नज़र डालते हैं :-

    1. पिछले डेढ़ साल पहले रेल टनल बनाने का काम शुरू किया गया था।

    2.आपको बता दें कि इसकी ऊंचाई 11.7 मीटर तथा चौडाई 15 मीटर है।

    3.रोजका मेव पर बने 10 मीटर ऊंचे ब्रिज का जोडने के लिए ही इस सुरंग की ऊंचाई 11 मीटर रखी गई है।

    4.यह सुरंग इतनी चौड़ी है कि  भीतर से डबल डेकर की दो माल गाडियां 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफतार से दौड़ सकेंगी।

    5.यह सुरंग बहुत ज्यादा ऊँची है की ऊपर ओवरहेड इलेक्ट्रिक इक्यूपमेंट लगे होने के बावजूद इसमें डबल डेकर फ्रेट ट्रेन रेल पर दौड़ सकेगी।

    6.यह रेल टनल वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर डब्लयू डी एफ सी का हिस्सा है।

    7.यह विश्व की पहली ऐसी टनल है, जिसमें मालगाड़ियाें के लिए दोहरी रेलवे लाइन बिछाई गई है।

    8.इसे फिनिशिंग देने का काम जोर-शोर से चल रहा है। यह देश का पहला ऐसा कॉरिडोर होगा जिसमें डबल डेकर की दो माल गाडियां एक साथ दौड़ेंगी।


    क्यों बनाया गया ये टनल?

    पहले, रेल पटरी पर नेटवर्क पर लोड रहता था, देश में उसी पटरी पर यात्री रेल चलती थी जिस पर माल गाड़ी चलती थी। देश में दो डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (Dedicated Freight Corridor) बन रहे हैं दोनों को नोएडा के दादरी में लिंक किया जायेगा।

    एक का नाम वेस्टर्न डेडिकेटेड  फगेट कॉरिडोर जो नोएडा के दादरी से गुरूग्राम और गुजरात होते हुए मुबंई तक जायेगा। दूसरे का नाम ईस्टर्न डेडिकेटेड  फ्रेट कॉरिडोर है, जो पंजाब के लुधियाना से दादरी होते हुए कोलकता जायेगा। दोनों ओर काम चल रहा है जिसमें  एक बरस का समय और लगेगा।

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