मप्र शासन द्वारा गुरुवार को जारी किए गए आत्मनिर्भर मप्र 2023 के रोडमैप में औद्योगिक विकास के नजरिए से मालवा क्षेत्र और इंदौर को फोकस किया गया है। इसमें सबसे अहम नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (एआईडीसी) में मालवा, इंदौर को फोकस में रखने का फैसला है, जिसके लिए मप्र शासन ने केंद्र को पत्र भी जारी कर दिया है।
इस कॉरिडोर को कच्चे माल को फैक्टरी तक और बने उत्पाद को देश के अन्य हिस्सों में पहुंचाने के लिए मजबूत ट्रांसपोर्ट लाइन के हिसाब से विकसित किया जा रहा है। डीएमआईसी भी इसी का हिस्सा है, जिसमें उज्जैन में नॉलेज सिटी का प्रोजेक्ट है। वहीं इस कॉरिडोर में इंदौर, पीथमपुर, रतलाम, झाबुआ इन सभी के किनारे इंडस्ट्री को विकसित करने पर ध्यान है, यहां पर लॉजिस्टिक हब आदि भी है।
- इंदौर में नए आईटी पार्क को विकसित किया जाएगा।
- दो सौ सीटर का नया इन्क्यूबेशन सेंटर विकसित कर युवा उद्यमी को स्टार्टअप के लिए प्रोत्साहित करेंगे, इसके लिए आईआईटी, आईआईएम से मदद लेंगे।
- लैंड पूल स्कीम के तहत पीथमपुर सेक्टर चार में 500 हेक्टेयर में नया इंडस्ट्रियल पार्क विकसित होगा। इससे दस हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।
- अब इंडस्ट्रियल टाउनशिप पर जोर होगा, जिसमें आवासीय व अन्य सुविधा भी रहेगी।
- इंदौर एयरपोर्ट पर ऑनलाइन गुड्स के लिए एयर कार्गो हब की स्थापना होगी।
- सिंगल विंडो सिस्टम को मजबूत किया जाएगा, ताकि 30 दिन में सेवाएं मिल सकें।