इंदौर के चिड़ियाघर को नौलखा से रालामंडल शिफ्ट करने की हलचल फिर शुरू हो गई है। संभागायुक्त डॉ. पवन शर्मा ने बुधवार को वन विभाग और निगम अफसरों के साथ बैठक की। गुरुवार को मंत्री विजय शाह की बैठक में आगे की योजना बनेगी। हालांकि निगम शुरू से चिड़ियाघर शिफ्ट करने का विरोध कर रहा है।
2016 में ये चिट्ठी सामने आने के बाद मौजूदा कलेक्टर और तत्कालीन निगमायुक्त मनीष सिंह ने सीसीएफ को लिखा था कि चिड़ियाघर का 2035 तक का मास्टर प्लान तैयार है, सीजेडए (सेंट्रल जू अथाॅरिटी) ने मान्यता भी 2019 तक के लिए बढ़ा दी थी। वन विभाग भविष्य में इस पर कोई पत्राचार न करे लेकिन अब संभागायुक्त डॉ. शर्मा निगम प्रशासक हैं और उन्होंने ही इसे लेकर बैठक की है।
इंदौर चिड़ियाघर में फिलहाल 65 प्रजाति के 641 जानवर हैं। इनमें शेर, बाघ, भालू सहित दुनिया का सबसे बडा पक्षी शुतुरमुर्ग, और दुनिया का सबसे छोटे प्रजाति के बंदर से लेकर सफेद हिरण और बबून बंदर, लोमड़ी, सियार, हाथी सहित कई जंगली जानवर मौजूद हैं। इंदौर चिड़ियाघर में मौजूद रेपटाइल नर्सरी में हर साल 100 से ज्यादा मगरमच्छ और घड़ियाल जैसे जानवर पैदा होते हैं।
वहीं इंदौर चिड़ियाघर में सफेद बाघ सहित जेब्रा को लाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए पिंजरे बनाने का काम भी अंतिम दौर में है। इसके साथ ही वाक इन एवेरी भी यहां बनाई जा रही है, जिसका काम भी लगभग पूरा हो गया है और अगले माह से इसे शुरू होना है। इसमें विदेशी पक्षियों के बीच दर्शक घूम सकेंगे। वहीं बंदरों को खुले में रखने के लिए मंकी पौंड का निर्माण काम भी अंतिम दौर में है।