इंदौर शहर के लिए #unlock होने से पुरे शहर में जहाँ थोड़ी राहत का एहसास देखने को मिल रहा है , वहीँ दूसरी तरफ ये राहत अपने साथ साथ एक बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी लेकर आई है | प्रशासन ने जिले में जरूरी व्यापार-व्यवसाय और सेवाओं को काफी छूट दी है, लेकिन शहर में जनता की आवाजाही और मेलमिलाप बढ़ने से संक्रमण फैलने का खतरा और बढ़ा है।
ढाई महीने से चल रहे लॉकडाउन के सारे प्रयास अब इंदौर शहर की जनता के सूझ बुझ और समझदारी पर निर्भर करता है | ऐसे में अगले 10-15 दिन शहर के लिए कड़ी परीक्षा का समय रहेगा। जनता की जागरूकता रही तो शहर संक्रमण के इस लंबे संकट से बाहर आ सकता है , अगर ऐसा नहीं हुआ और प्रशासन द्वारा दी गयी गाइडलाइन्स का पालन नहीं किया गया , तो स्थिति हो सकती है बेहद चिंताजनक |
15 जून से 15 जुलाई के बीच कोविड-19 वायरस की एक और लहर आ सकती है।
दरअसल, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) ने पहले ही यह आशंका जाहिर कर दी है कि 15 जून से 15 जुलाई के बीच कोरोना वायरस की एक और लहर आ सकती है। इसके बावजूद शासन और प्रशासन ने व्यापारिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों के बढ़ते दबाव को देखते हुए अति आवश्यक और आवश्यक वस्तुओं के कारोबार और सेवाओं को अनुमति प्रदान की है।
परन्तु उल्लेखनीय बात यह है की ये सारी अनुमतियाँ सशर्त दी गई है , जो अपने आप में यह दर्शाता है की अभी सब कुछ नियंत्रण में नहीं आया है और अभी भी लोगो की जिम्मेदारी और बढ़ गयी है | यह अनुमति शारीरिक दूरी रखने, मास्क और सैनिटाइजर के उपयोग की गाइडलाइन के पालन के आधार पर दी गई है, लेकिन शहर में कई जगह लोग इसका बिलकुल ध्यान नहीं रख रहे हैं।
ऐसे में जिला आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में भी इस पर चिंता जाहिर की गई है। कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा है कि अगले 10-15 दिन बाद शहर में कोरोना संक्रमण की सही तस्वीर सामने आएगी। नए आंकड़े सामने आने पर संक्रमण की स्थिति का सही आकलन किया जा सकेगा।
कोविड को लेकर गठित राज्य सरकार की सलाहकार समिति के सदस्य डॉ. निशांत खरे ने बताया कि हमने 1 जून से लॉकडाउन में जो शहर खोला है, उसके परिणाम अगले कुछ दिन में सामने आएंगे। ऐसे में अगले 10-15 दिन हमारे लिए बहुत क्रिटिकल हैं। अंततः जनता की जागरूकता ही कोविड से निपटने में हमारा सबसे बड़ा हथियार है।
दूसरे शहरों को अगर देखा जाये तो दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों में ये महामारी हाई लेवल कम्युनिटी ट्रांसमिशन जैसे लक्षण दिखा रही है | और ये सब जनता की लापरवाही का ही परिणाम है | हल ही में मुंबई के मरीन ड्राइव के कुछ फोटोज वायरल हुए थे जहाँ पिकनिक जैसा मॉर्निंग वाक का माहौल नज़र आया , और यह एक बहुत बड़ा गैर ज़िम्मेदाराना रवैया देखें को मिला |
Image Source : Niharika Kulkarni
यदि हम 10-15 दिन बहुत सावधानी से निकाल ले जाएंगे तो इंदौर संकट से बाहर हो जाएगा। देशभर में हमारा रिकवरी रेट बहुत अच्छा है। टीम @indorehd समस्त इंदौर वासियों से अपील करता है की वे अगले १०-१५ दिन तक बहुत ही समझदारी, सूझबूझ और सावधानी के साथ नियमों का पालन करें और शहर को कोरोना मुक्त बनाने में अपना योगदान दें |